मर्यादा पुरुषोत्तम थे रघुवर, पर नारी को अग्नि कसौटी तोला! मर्यादा पुरुषोत्तम थे रघुवर, पर नारी को अग्नि कसौटी तोला!
ना ही तू अबला है, ना ही तू बेचारी है। अगर तुमने ठान लिया तो तू... ना ही तू अबला है, ना ही तू बेचारी है। अगर तुमने ठान लिया तो ...
हाँ, मैं आज की नारी हूँ, मैं बदल रही हूँ। हाँ, मैं आज की नारी हूँ, मैं बदल रही हूँ।
हो कान्हा की मुरली तुम्ही , तुम सब वेदों का दर्शन हो हो कान्हा की मुरली तुम्ही , तुम सब वेदों का दर्शन हो
चलो कदम बढ़ावो रे अबला को सबला बनावो रे। चलो कदम बढ़ावो रे अबला को सबला बनावो रे।
मैं नीर भरी अबला नारी, दुनिया ने मुझको तोड़ा था। मैं नीर भरी अबला नारी, दुनिया ने मुझको तोड़ा था।